अशोक का पेड़ के फायदे, उपयोग और नुकसान- ashoka tree benefits in hindi
आजकल की जीवनशैली में कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्या आती है। खराब खानपान, देर से सोना, देक तक जागना, दिनभर एक ही जगह बैठे रहना और व्यायाम ना करना ये सभी आदते हमारे शरीर को नुकसान पहुंचा रहे है। आयुर्वेद में कई तरह की गंभीर बीमारियों का इलाज आस-पास लगे पेड़ पौधों से प्राप्त अर्क और छाल से होता है। आज हम आपको एक ऐसे पेड़ के फायदों के बारे में बता रहे हैं जिसके खूबियों से अनजान हैं। आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको अशोक का पेड़ (Saraca asoca) के बारे में विस्तार से बात कर रहे हैं।
अशोक का पेड़ है जादूई दवा- Ashok Hai Jadui Dawa
आयुर्वेद में अशोक का पेड़ (Ashok Tree in hindi) कई बीमारियों के लिए रामबाण औषधि माना गया है। अशोक के पेड़ की छाल, पत्ते, जड़ या इसके फूल, ये सभी औषधीय के रूप में प्रयोग किए जाते हैं। यह पेड़ भारत के दक्षिण, मध्य और पूर्व हिमालय में पाया जाता है।
इस पेड़ को हिन्दू और बोद्धो में बहुत महत्त्व दिया जाता है, कुछ लोगो का यह भी माना है, की गौतम बुद्ध का जन्म अशोक के पेड़ के निचे ही हुआ था। अशोक का पेड़ को कुछ देशो में बहुत ही पवित्र माना जाता है, जिनमे भारत, श्रीलंका और नेपाल शामिल है। इस पेड़ का सबसे ज्यादा उपयोग महिलाओं की बीमारियों को दूर करने के लिए होता है। यह मुख्य रूप से स्त्री रोग, रक्त बहने के विकारों और मूत्र रोगों में काफी फायदेमंद है। अशोक की छाल कसैली, रूखी और स्वभाव से ठंडी होती है। अशोक के पत्ते लम्बे होते हैं जिसे लोग ताम्रपत्र भी कहते हैं।
अशोक के पेड़ के फायदे- Ashok ke fayde
इस जड़ी-बूटी के इस्तेमाल से काफी स्वास्थ समस्या और लक्षणों को दूर किया जाता है। अगर हम अशोक के फायदे के बारे में बात करें तो पत्थरचट्टा में बहुत से औषधीय गुण पाए जाते हैं, जिनमे शामिल हैं-
पेट दर्द और ऐंठन से राहत पाने के लिए आप इसे भोजन के बाद दिन में दो बार चूर्ण या कैप्सूल के रूप में ले सकते हैं। अशोक की छाल खून साफ करती है और इस तरह से महिलाओं की स्किन में निखार लाती है। अशोक की छाल को स्किन पर लगाने से तैलीय और बेजान त्वचा से छुटकारा मिलता है।
पीरियड में होने वाले भयानक दर्द और पेट में होने वाली ऐंठन को कम कर देती है। चूंकि ये बढ़े हुए वात को नियंत्रित करती है इसलिए ये मासिक धर्म के दौरान पेट में दर्द और ऐंठन को भी कंट्रोल करने में मददगार है।
अशोक के पत्तों में भरपूर मात्रा में हाइपोग्लाइसेमिक गुण भी पाए जाते हैं। अगर इसका सेवन किया जाए तो ये रक्त में शर्करा के स्तर को कम करने में काफी हेल्प करता है, इसका फल ये होता है कि शरीर में इंसुलिन बनने की क्रिया में भी सुधार होने लगता है।
अशोक के पत्तों व छाल की बात करें तो इसमें कई ऐसे खास प्रकार के आयुर्वेदिक गुण भी पाए जाते हैं, जो दस्त जैसी बड़ी समस्याओं को रोकने में भी मदद कर सकते हैं।
अशोक के पेड़ की छाल में फ्लेवोनॉयड्स, टैनिन और एनाल्जेसिक जैसे औषधीय गुण होते हैं जो हड्डियों के लिए जरूरी तत्व होते हैं।
अशोक के पेड़ का उपयोग- Ashok ke Upyog
अशोक का सेवन करने के तरीकों में निम्न शामिल हैं -
आप जब अशोक की छाल का सेवन करें तो इसको पीसकर गुनगुने पानी के साथ उसका सेवन करें।
अशोक के पत्तों का सेवन करने से पहले पानी में उबालें और ठंडा करके पानी पी लें।
इस पेड़ के पत्तों या छाल को पीस कर त्वचा पर लगाएं।
अशोक के पेड़ के नुकसान- Ashok Ke Nuksan
अशोक के सेवन के फायदे के साथ नुकसान भी शामिल है। अशोक का सेवन करना आमतौर पर सुरक्षित माना गया है। हालांकि, सामान्य से अधिक मात्रा में इसका सेवन करने से निम्नलिखित नुकसान इस प्रकार से मौजूद हैं-
मासिक धर्म न होने की स्थिति में इसका सेवन स्थिति को और खराब कर सकता है।
गर्भवती महिलाओं को इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है, तो इसका सेवन चिकित्सक की सलाह से ही करें।
पेट में दर्द होना
उल्टी होना
जलन की समस्या होना
इस लेख की जानकारी हमें डॉक्टर चंचल शर्मा द्वारा दी गई है तो सलाह लेने के बाद ही इस पर अमल करें। और सही सेवन और उसकी उचित मात्रा जानने के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।
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