वज्रदंती (बारलेरिया प्रियोनाइटिस) के फायदे, उपयोग और दुष्प्रभाव
भारत में शुरू से ही कई जड़ी बूटियां और पौधों का काफी महत्तव रहा है। आयुर्वेद के अनुसार, सभी पौधों में कुछ न कुछ गुण मौजूद होते हैं। हमारे आस पास ऐसे कई गुणकारी पौधे मौजूद होते हैं, जिन्हें हम नजरअंदाज कर देते हैं। ऐसे ही औषधीय गूणों से भरपूर वज्रदंती (बारलेरिया प्रियोनाइटिस) पौधा है जो आयुर्वेद में काफी महत्व रखता है। क्या आप इसके बारे में जानते है। ज्यादातर लोगों ने वज्रदंती का नाम विज्ञापन में ही सुना है। लेकिन सामने लगे पौधे को बहुत कम लोग ही पहचानते है। आज इस लेख के माध्यम से हम आपको बताएंगे की वज्रदंती क्या है? और वज्रदंती के फायदे, उपयोग और नुकसान क्या है?
वज्रदंती (बारलेरिया प्रियोनाइटिस) के औषधीय गुण-
वज्रदंती पीले रंग वाला एक सुंदर पौधा है जो एशिया और अफ्रीका में पाया जाता है। इस पौधे का वैज्ञानिक नाम बारलेरिया प्रायोनाइटिस है। आयुर्वेद में इस पौधे के फूल, पत्ते, तने व जड़ों आदि से अनेक प्रकार की दवाएं बनाई जाती हैं। वज्रदंती एंटीसेप्टिक गुणों से भरपूर होता है इसलिए चिकित्सा के साथ साथ इसे त्वचा संबंधी विकारों को दूर करने में आपकी मदद करता है। मौसम समाप्त होने के बाद चाहे इसके फूल गिर जाए लेकिन इसकी जड़े हमेशा जीवित रहती है। वज्रदंती बुखार, सांस संबंधी समस्याओं के साथ दांतों और जोड़ो के लिए भी काफी मददगार है।
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वज्रदंती (बारलेरिया प्रियोनाइटिस) के फायदे- Vajradanti (Barleria prionitis) Ke fayde
इस जड़ी-बूटी के इस्तेमाल से काफी स्वास्थ समस्या और लक्षणों को दूर किया जाता है। अगर हम वज्रदंती के फायदे के बारे में बात करें तो वज्रदंती में बहुत से औषधीय गुण पाए जाते हैं, जिनमे शामिल हैं-
आयुर्वेद के अनुसार, वज्रदंती का दांत व मसूड़ों को शक्ति प्रदान करता है और साथ ही इनमें होने वाले रोगों को भी दूर रखता है।
वज्रदंती की पत्तियों व तने के रस में कई प्रकार के पाचक गुण पाए जाते हैं। यह पेट में दर्द, बार-बार डकार आना या कब्ज जैसी समस्याओं के लिए लाभदायक होता है।
इसमें कई अलग-अलग प्रकार के एंटी-रूमेटिक गुण पाए जाते है। वज्रदंती जोड़ों में होने वाली सूजन व लालीमा को कम कर देते हैं।
वज्रदंती में ऐसे कई तत्व मैजूद है जो गुर्दे में पथरी को कमजोर कर पैशाब के जरिए बाहर निकालने में मदद करता है।
तनाव और घबराहट की स्थिति को दूर करने के लिए आप वज्रदंती का सहारा लें सकते हैं। इसकी पत्तियों में हाइड्रॉक्सीफ्लेवॉन नामक कैमिकल पाया जाता है जो आपको तनाव दूर करने में मदद करता है।
झड़ते बालों की स्थिति में वज्रदंती काफी मदद करता है। और एलोपेशिया की स्थिति (एक साथ कई बालों का टूटना) को काबू किया जाता है।
वज्रदंती (बारलेरिया प्रियोनाइटिस) के उपयोग- Vajradanti (Barleria prionitis) Ke Upyog
वज्रदंती के सेवन करने के निम्नलिखित तरीके में शामिल हैं-
वज्रदंति का काढ़ा बनाकर सेवन कर सकते है।
पत्तों के रस को गर्म पानी के साथ सेवन कर सकते है।
पत्तों और टहनियों को पानी में उबालकर सेवन कर सकते है।
वज्रदंति को कैप्सूल या टैबलेट के रूप में लें सकते है।
वज्रदंती (बारलेरिया प्रियोनाइटिस) के नुकसान- Vajradanti (Barleria prionitis) Ke Nuksan
वज्रदंती के सेवन के फायदे के साथ नुकसान भी शामिल है। वज्रदंती का सेवन करना आमतौर पर सुरक्षित माना गया है। हालांकि, सामान्य से अधिक मात्रा में इसका सेवन करने से निम्नलिखित नुकसान इस प्रकार से मौजूद हैं-
पेट में गंभीर समस्या होना
ऐठन महसूस होना
बार-बार डकार आना
सीने में जलन होना
वज्रदंती के सेवन से एलर्जी होना
इसके अलावा गर्भवती महिलाओं और अन्य बीमारियों से ग्रस्त मरीजों को कुछ गंभीर समस्या हो सकती है।
इस लेख की जानकारी हमें डॉक्टर/डायरेक्टर चंचल शर्मा द्वारा दी गई है तो सलाह लेने के बाद ही इस पर अमल करें। और सही सेवन और उसकी उचित मात्रा जानने के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।
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