प्रेगनेंसी के पहले तीन महीनों में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं – डॉ चंचल शर्मा | Pregnancy First Trimester Diet Chart in Hindi
आज के इस विशेष अंक में गर्भवती महिलाओं के लिए लेख के माध्यम से प्रस्तुत है डॉ चंचल शर्मा की विशेष वार्ता। जिसमें उन्होंने बताया है। कि गर्भधारण करने के बाद महिलाओं के क्या खाना चाहिए (प्रेगनेंसी के लिए डाइट) और क्या नही खाना चाहिए । जिससे उनकी होने वाली संतान की सेहत बेहतर हो ।
आशा आयुर्वेदा में आने वाली अधिकांश महिलाओं के डॉ चंचल शर्मा से यही सवाल होते है। कि हमने गर्भधारण कर लिया है। अब हमें अपनी प्रेगनेंसी के लिए डाइट को लेकर कैसे सतर्क रहना चाहिए। जो प्रेगनेंसी को और कंफर्ट बना सके और नुकसान को कम कर सके।
3 महीने की प्रेगनेेंसी में गर्भवती महिलाओं को कौन सी सब्जियों का सेवन करना चाहिए –
यदि आपको तीन महीने के प्रेगनेंसी हो तो आप इस प्रकार की सब्जियों का सेवन कर खुद और अपने गर्भस्थ शिशु के स्वास्थ्य को बहुत ही अच्छा कर सकती हैं।
प्रेगनेंसी के लिए डाइट –
- घिया
- तरोई
- भिंडी
- पेठा
- आलू
- करेला
- पालक
- मेथी
इन सभी प्रकार की सब्जियों का सेवन आप प्रेगनेंसी में कर सकती हैं। और यदि सलाद की बाद करें तो कैप्सीकम, टमाटर, खीरा का खा सकती हैं। और हां कच्चे टमाटर को प्रेगनेंसी के तीन महीने तक नही खाना है। उसके बाद खा सकती हैं।
इसके अतिरिक्त जिन खाद्य पदार्थों से एसीडिटी बनती है। जैसे राजमा, चावल , छोले , कढ़ी, दही, आचार इन सभी को प्रेगनेंसी के तीन महीनों में नही खान चाहिए।
प्रेगनेंसी के पहले 3 महीने में क्या नहीं खाना चाहिए – कौन-कौन सी सब्जियों का बिल्कुल सेवन नही करना चाहिए
आशा आयुर्वेदा की फर्टिलिटी एक्सपर्ट डॉ चंचल शर्मा कुछ ऐसी सब्जियों के सेवन न करने की सलाह देती है। जो आपकी प्रेगनेंसी के लिए अच्छी नही होती हैं
कुछ ऐसी भी सब्जियां है जिनका सेवन गर्भवती महिलाओं को बिल्कुल भी नही करता चाहिए।
- स्वीट पटौटो
- मसरुम
- कोर्न
- सूरन – सूरन एक प्रकार की सब्जी है तो बहुत सारे राज्यों में खाई जाती है। इस प्रेगनेंसी के लिए ठीक नही होती है। इसलिए इसका सेवन बिल्कुल भी नही करना चाहिए।
ऐसे भी कुछ सब्जियां है जिनका सेवन आप कभी-कभी कर सकती है। परंतु नियमित रुप में इन सब्जियों का सेवन करना आपके लिए खतरा हो सकता है। जैसे आप अंडे का सेवन करना चाहती है। तो उसका पीला वाला भाग निकाल कर सफेद वाले भाग को कभी-कभी खा सकती है। किसी भी तरह के मसालों का सेवन नही करना है। क्योंकि यह भ्रूण के लिए अच्छे नही माने गये है। प्रेगनेंसी के तीन महीने में इसका सेवन न करें तो आपके लिए बेहतर रहेगा।
(और पढ़े – पहली तिमाही में सुन्दर बच्चे के लिए क्या खाये)
प्रेगनेंसी के दौरान जो भी आप खाना बनाती हैं। उसमें देशी घी की मात्रा के थोडी सा ज्यादा रखें। क्योंकि प्रेगनेंसी की शुरुआती तीन महीनों में महिलाओं में पित्त की अधिकता रहती है। क्योंकि अधिकांश गर्भवती महिलाएं आशा आयुर्वेदा में बोलती है। कि उनको उनकी धड़कन सुनाई देती है। या फिर बहुत ज्यादा इंजायटी रहती है या नोजिया रहता है। ऐसी कंडीशन में देशी घी बहुत अच्छा काम करता है।
प्रेगनेंसी में कौन-कौन से फल खाने चाहिए
डॉ चंचल शर्मा गर्भवती महिलाओं को अंजीर , आंवला, सेव , अनार , मौसमी , संतरा जैसे सभी फलों को प्रेगनेंसी के तीन महीनों में खा सकती हैं। यह सभी फल प्रेगनेंसी के दौरान सेवन करने पर पुरी तरह से सुरक्षित हैं।
- नारियल पानी प्रेगनेंसी में बहुत अच्छा होता है। यह हाइड्रेशन को प्रतिबंधित करता है। और बार-बार उल्टी होने की समस्या को भी नियंत्रित करता है। नोजिया फीलिंग को भी कंट्रोल करता है।
- कोकम का सैसे भी आप नियमित रुप से ले सकती हैं। यह भी प्रेगनेंसी में आप ले सकती हैं।
इन सभी सब्जियों और फलों का सेवन करते हुए आपको आयुर्वेद के विशेष नियम को भी पालन करना चाहिए। क्योंकि आयुर्वेद में कहा गया है। कि प्रेगनेंसी के तीन महीने तक गर्भवती महिला को सुबह के समय (पायस का सेवन) चावल को उबाल कर उसका स्टार्च निकल कर उसमें थोडा सा घी मिलाकर और शक्कर मिला कर (पायस) को खाते है तो बच्चे की विकास के लिए बहुत अच्छा होता है।
यदि संभव हो सके तो गर्भवती महिलाएं अपने दिन की शुरुआत पंचामृत से कर सकती हैं। और यदि आप किसी खाद्य पदार्थ का AGGRESSIVE CONSUMPTION करती है।
जैसे कच्चा आम है और कोई भी ऐसा फल यदि आपको परेशानी देता है। तो इसका कम से कम या फिर बिल्कुल सेवन नही करना चाहिए। AGGRESSIVE CONSUMPTION कुछ भी नही होना चाहिए यदि आपका बहुत ज्यादा मन है तो ऐसे में बहुत बहुत ही कम मात्रा में उसका सेवन कर सकती है। परंतु रोज नही ।
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प्रेगनेंसी में कौन-कौन से ड्राइफ्रुट्स गर्भवती महिलाओं को लेना चाहिए – डॉ चंचल शर्मा
गर्भवती महिलाओं के अधिकांश सवाल होते है। कि प्रेगनेंसी में उनको कौन-कौन से मेवे खाना चाहिए। तो ऐसी महिलाओं को ध्यान में रखकर डॉ चंचल शर्मा बताती है। कि ऐसे में पितज्य प्रकृति वाली महिलाओं को प्रेगनेंसी के तीन महीनो में ड्राई फ्रुट्स का सेवन बंद कर सकती हैं।
परंतु मुनक्का और द्रक्षा प्रेगनेंसी में बहुत ही अच्छी बताई गई है। ऐसे में आप द्रक्षा को पानी में भिगोकर सुबह आप उसका सेवन कर सकती हैं। बादाम को भी आप रात में भिगोकर उसे भी सुबह के समय ले सकती हैं।
इसके अतिरिक्त जो भी मेवे है। अलमंड हैं, एप्रीकोट्स हैं, एवोलनट्स हैं यह सभी आप बहुत ही कम मात्रा में डॉ के सलाह अनुसार पांचवें या फिर छठे महीने से लेना शुरु कर सकती हैं। पिस्ता, काजू, बादाम जितनी कम मात्रा में लें उतना ही अच्छा रहता है।
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यह सभी जानकारी प्रेसवार्ता के दौरान आशा आयुर्वेदा की इनफर्टिलिटी एस्सपर्ट डॉ चंचल शर्मा से प्राप्त हुई है। आशा करते है कि गर्भवती महिलाओं के लिए यह खास जानकारी बहुत ही काम की होगी।
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