Yoga for Blocked Fallopian Tubes

फैलोपियन ट्यूब ब्लॉकेज में मदद करेंगे ये योग आसन- Yoga for Blocked Fallopian Tubes in Hindi


आजकल की बदलती जीवनशैली में स्ट्रेस, देर तक जागना, अपर्याप्त नींद, जंक फूड खाना, पौष्टिक खाना न खाना और

प्रदूषित वातावरण के कारण इनफर्टिलिटी की समस्या बढ़ती जा रही है। इन बदलती आदतों के कारण हम न केवल

शरीरिक रुप से बल्कि मानसिक रुप से भी प्रभावित हो रहे है। इसका नतीजा हम अपने स्वास्थ्य में आए बदलाव और

गर्भधारण न कर पाने की प्रक्रिया में देख सकते है। इनफर्टिलिटी की वजह से फैलोपियन ट्यूब ब्लॉकेज सबसे आम

समस्या है जो मां बनने का सपना पूरा नहीं होने देती है। इसलिए आपको इस समस्या से छुटकारा दिलाने के लिए हम

आपके लिए कुछ योगासन लाए हैं। यह योगासन आपके शरीर के साथ-साथ आपके दिमाग को भी शांति प्रदान करते हैं।

आज हम आपको जानेगे की योग द्वारा फैलोपियन ट्यूब को कैसे खोला जा सकता है।


फैलोपियन ट्यूब ब्लॉकेज के कारण- Mahila Banjhpan ke Karan


महिलाओं में इनफर्टिलिटी के कई कारण हैं। सटीक कारण जानने से स्थिति से निपटने में मदद मिल सकती है। फैलोपियन

ट्यूब ब्लॉकेज के कुछ प्रमुख कारण इस प्रकार हैं-


* पहला कारण आजकल की बदलती जीवनशैली से महिलाओं के शरीर में मौजूद अंडों की संख्या और गुणवत्ता कम
होने लगती है और बांझपन का एक कारण बनती है। यह समस्या 22 से 45 साल की उम्र में महिला को हो सकता
है। 

* फैलोपियन ट्यूब ब्लॉकेज का दूसरा प्रमुख कारण मिसकेरिज है। क्योंकि एक से अधिक बार गर्भपात होने से ट्यूब
क्षतिग्रस्त हो जाती है। जिसकी वजह से बांझपन की समस्याएं बढ़ जाती है।

* तीसरा प्रमुख कारण ईटिंग डिसऑर्डर यानी कि अत्यधिक खाना या कम खाना भी बांझपन का एक कारण है।
जिसे चिकित्सकीय रूप से अमेनोरिया कहा जाता है। यह प्रजनन क्षमता को कम करती है।

* चौथा कारण संक्रमण होता है। जैसे की क्लैमाइडिया और सूजाक (गोनोरीया) निशान पैदा कर सकते हैं और
पेल्विक में सूजन की बीमारी को जन्म दे सकता हैं।

* पिछली सर्जरी में विशेष रूप से खुद फैलोपियन ट्यूब पर पेल्विक आसंजन (Pelvic Adhesions) पैदा कर सकती
है जो ट्यूबों को ब्लॉक कर देती है।

* कभी-कभी काम या परिवार को लेकर स्ट्रेस भी बांझपन का एक कारण बनता है, जिसकी वजह से गर्भ ठहरने
में दिक्कते होती है। 

* महिलाओं में किसी भी तरह के टीबी होने के कारण यूटरस में भी टीबी होने की आशंका 30% बढ़ जाती है।
इसके कारण आपके पीरियड्स भी रुक जाते है क्योंकि टीबी के बैक्टीरिया पूर्ण तरीके से फैलोपियन ट्यूब को

बंद कर देता है, जिससे पीरियड्स रेगुलर नहीं आते।


फैलोपियन ट्यूब और योग- Fallopian Tube and Yoga 

फर्टिलिटी के लिए योग एक प्रकार का योग है जो बांझपन को ठीक करता है। साथ ही योग तनाव के स्तर को कम करता है

और विषाक्त पदार्थों के शरीर को साफ करता है। गर्भवती होने की चाह रखने वाली महिलाओं के लिए कुछ योग की मुद्राएं

बहुत ही फायदेमंद साबित होता है। क्योंकि ये शरीर को मजबूत बनाने और गर्भधारण की संभावना को बढ़ाने में मदद कर

सकते हैं। हार्वर्ड के रिसर्च से पता चला है कि जिन महिलाओं ने प्रजनन-केंद्रित योग किया है, उन महिलाओँ में गर्भधारण

की संभावना ज्यादा थी।


हमने जाना की कैसे tube ko kholne ke liye yoga कारगर साबित हुआ है। महिलाओँ की प्रजनन क्षमता को मजबूत

करने और ब्लॉक फैलोपियन ट्यूब को योग (yoga for blocked fallopian tubes) से खोलने में मदद करता है।  इन निम्नलिखित में फैलोपियन ट्यूब को खोलने के योग इस प्रकार से हैं-


  • सुर्य नमस्कार (Surya Namaskar)



इस तरह के योग में कई आसन शामिल है जो पूरे शरीर में रक्त संचार में सुधार करता है। सुर्य नमस्कार को नियमित

रुप में करने से अनियमित पीरियड्स को नियंत्रित करने में और इनफर्टिलिटी में भी सबसे कारगर होता है। इससे आपकी

शारीरिक प्राणली में भी सुधार आता है और मोटापे को कम करता है। 


  • कपालभाती प्रयाणाम (Kapalbhati Pranayam


इस योग को करने से सभी यौन विकार दूर होते है। अगर आप इस आसन को नियमित समय और सही तरीके से अभ्यास

करने से बांझपन की समस्या हमेशा के लिए दूर हो जाएगी। इनफर्टिलिटी की समस्या में आपको रोज आधा घंटा इसका

अभ्यास करना चाहिए। इसके करने से हर्मोनल डिस्बैलेंस और थायराइड की समस्या में भी सुधार आता है।  


  •  तितली आसन (Butterfly Pose)




यह आसन महिला के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है। इसको करने से आपके प्रजनन अंगों के साथ-साथ आपके

पैरों और जंघों को भी मजबूत करता है। इससे आपके अंडाशय प्रणाली को सुधारने में मदद मिलती है जो मासिक धर्म में

होने वाली समस्यों में भी को दूर करता है। 


  • प्राणायाम (Pranayam)



इस आसन को करना बेहद जरुरी है। इससे शरीर के सभी हिस्सों मेे ऑक्सिजन की भरपूर मात्रा रहती है। फैलोपियन

ट्यूबल ब्लॉकेज के साथ-साथ ओवेरियन सिस्ट की समस्या, गर्भाशय फाइब्रॉएड की समस्या और  पॉलीसिस्टिक ओवरी

सिंड्रोम की समस्या जैसी कई समस्याओं को ठीक करने में मदद मिलती है। यह शारीरिक और मानसिक तनाव दोनों

को ही कम करने में कारगर होता है। 


  • शशांक आसन (Shashank Asan)



इस प्रकार के आसन में पेल्विक की मसल्स को मजबूत किया जाता है। साथ ही प्रजनन अंगों की गड़बड़ी को

भी दूर करता है जिससे हर्मोनस भी संतुलित रहता है। इस आसन से पाचन क्रिया को भी दूर किया जाता है। पेट

और पीठ में जमा एक्स्ट्रा फैट को भी कम करता है ट्यूब को खोलने में मदद करता है। 


  • विपरित करणी मुद्रा (Leg Ups the Wall)



इस आसन को लेग्स-अप-द-वॉल पोज के नाम से भी जाना जाता है। इस आसन को करने से गर्दन के पिछले

हिस्से और पैरों के पिछले हिस्से को फैलाता है। यह पीठ दर्द से राहत देता है और श्रोणि क्षेत्र में रक्त संचरण

में सुधार करता है। कम प्रजनन दर वाली महिलाओं इस मुद्रा को कर सकती है जिससे गर्भधारण की संभावना

में सुधार हो सकता है।


  • ब्रिज पोज (Bridge Pose)



इस आसन से बंद फैलोपियन ट्यूब को खोलने में बहुत मददगार है। यह आसन वास्तव में यूटरस और अंडशय

में रक्त का संचार को सुधारता है। यह आपकी आवश्यकताओं के अनुसार या बिना सहारा के साथ किया जा

सकता है।


इस लेख की जानकारी हमें डॉक्टर चंचल शर्मा द्वारा दी गई है तो सलाह लेने के बाद ही इस पर अमल करें। इस विषय से जुड़ी या अन्य पीसीओएस, ट्यूब ब्लॉकेज, हाइड्रोसालपिनक्स उपचार पर ज्यादा जानकारी चाहते हैं। हमारे डॉक्टर चंचल की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाए या हमसे +91 9811773770 संपर्क करें।


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